
आज के समय में लगभग सभी किसान अपनी फसल को खुद से ही बाजारों में जाकर बेच पाता है। ऐसा केवल APMC act के कारण ही हुआ है। क्या आप जानते हैं , कि APMC क्या होता है , इसका क्या कार्य है और इसका APMC Full Form पूरा नाम क्या है। आपके ऐसे ही सवालों का जवाब देने के लिए हमने इसलिए इस लेख को आपके सामने प्रस्तुत किया है। इस लेख में आपको APMC से जुड़ी सभी जानकारियां प्राप्त हो जाएंगी। यदि आप जानना चाहते हैं , कि APMC क्या है , इसका पूरा नाम क्या है , इसके लाभ क्या है , इत्यादि। तो कृपया आप हमारे इस APMC से संबंधित लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें।
एपीएमसी क्या है:-
एपीएमसी सरकार द्वारा चलाई गई एक ऐसी योजना है , जिसके माध्यम से सभी किसान अपने अनाजों को स्वयं ही बाजारों में जाकर बेच सकते हैं। इस योजना के अंतर्गत कुछ समितियां है जो यह सुनिश्चित करती हैं , कि कोई भी व्यक्ति किसानों से उनके उत्पाद को कम पैसे में खरीद कर उनका शोषण तो नहीं कर रहा है। यदि इस प्रकार का कोई व्यक्ति मिल जाता है , जो किसानों का उत्पाद को कम पैसे में खरीदता हो , तो उसे उचित दंड भी दिया जाता है।
APMC की कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां :-
1950 के दशक में सरकार द्वारा APMC की शुरुआत की गई थी। इस योजना की शुरुआत किसानों की दुर्दशा को सुधारने के लिए की गई थी , परंतु इसमें पहले कुछ त्रुटियां थी , जिन्हें अब सही कर दिया गया है।
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AMPC Full Form in English:
Agricultural Produce Market Committee
AMPC Full Form in Hindi:
कृषि उपज विपणन समिति
APMC का पूरा नाम क्या है:-
- A :- agricultural
- P :- produce
- M :- market
- C :- committee
वर्तमान APMC Act:-
- एपीएमसी के इस नए सिस्टम के माध्यम से किसान अब अपने अनाज को सीधा बाजारों में जाकर भेज सकते हैं।
- दूसरे किसान भी निर्यातक माल अब सीधे किसानों से खरीद सकते हैं और इसके लिए हमें एपीएमसी में जाने की आवश्यकता नहीं है।
- खाद्य पदार्थों को कोल्ड स्टोरेज में रखने में अब किसानों को किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं देना होगा।
- नए सिस्टम में अब एपीएमसी की जिम्मेदारी को बढ़ा दी गई है।
- किसानों को निजी यार्ड के लिए पूरी छूट दी जाएगी।
- किसानों को अपनी फसल की उपज को किसी भी खरीददार को बेचने के लिए स्वतंत्रता प्रदान कराई जाएगी।
- किसानों को उनकी फसल का निर्यात करने के लिए डायरेक्ट खरीद केंद्र बनाया गया है।
- अप किसान इस अधिनियम के अंतर्गत किसी भी व्यक्ति के सहारे के बिना अपने अनाज को सरलता पूर्वक भेज सकेंगे।
APMC कानून के कुछ अन्य तथ्य :-
- कुछ राज्यों में अनुबंध खेती करने के लिए एपीएमसी के द्वारा पंजीकरण करवाने की आवश्यकता हो सकती है।
- अपने अनुबंध समझौते को एपीएमसी मैं दास करवाना होगा , जो अनुबंध से उत्पन्न होने वाले विवादों को हल करने का काम करेगी।
- अनुबंध खेती को एमसी में 2003 में दर्ज किया गया।
- इस नियम के अंतर्गत 20 राज्यों के माध्यम से अपने एपीएमसी अधिनियमो को अनुबंध खेती के लिए संशोधित किया जाएगा।
- इन सभी के अंतर्गत अनुबंध खेती करने के लिए एपीएमसी को बाजार शुल्क भुगतान करना होगा।
- पंजाब में तो अनुबंध खेती करने के लिए अलग से एक नियम प्रतिपादित किया गया है।
APMC के लाभ:-
एपीएमसी के निम्नलिखित लाभ है :-
- इस अधिनियम के माध्यम से किसान अपनी फसल को बाजारों में स्वयं बेच पाएंगे।
- इस अधिनियम के अंतर्गत किसान परमिट कार्ड की मदद से निजी यार्ड कर सकेंगे।
- इस योजना के माध्यम से किसानों को APMC में जाने की आवश्यकता नहीं है।
- इस योजना के अंतर्गत सभी किसानों को खाद्य पदार्थ कोल्ड स्टोर में रखने के लिए कोई भी शुल्क नहीं देना होगा।
- इस योजना के तहत किसान अपने अनाजों को जिसे चाहे उसे बेच सकता है।
निष्कर्ष :-
APMC act में संशोधन होने से किसानों को बड़ी राहत मिली है। इस योजना के अंतर्गत किसानों को किसी बिचौलिए ( अन्य व्यक्ति ) का सहारा नहीं लेना होगा। APMC Full Form in Hindi, APMC act अथवा इससे होने वाले फायदे और नुकसान क्या है। यदि आपको हमारा यह लेख पसंद आया हो , तो कृपया अपने परिजनों और मित्र जनों के साथ अवश्य शेयर करें।